बिना लोभ अपनेपन को तज, चुनो सदा हितकारी । दारू मुर्गा नोट छोडकर , उठा लो जिम्मेदारी बिना लोभ अपनेपन को तज, चुनो सदा हितकारी । दारू मुर्गा नोट छोडकर , उठा ल...
यूं जिंदगी जीना ना सिखाया होता, यूं संभलना सिखाया होता। यूं जिंदगी जीना ना सिखाया होता, यूं संभलना सिखाया होता।
आयत मे एक नाम जुड़ा है खुदा के लिये एक पैगाम जुड़ा है। आयत मे एक नाम जुड़ा है खुदा के लिये एक पैगाम जुड़ा है।
फिर भी कुुुुुछ अनजान बने हुए उस रास्तेे पर दोबारा जा पहुँचे। फिर भी कुुुुुछ अनजान बने हुए उस रास्तेे पर दोबारा जा पहुँचे।
हिंदी हमारे माथे की बिंदी ,हिंदी हमारे सम्मान की प्रतीक, हिंदी हमारी मातृभाषा। हिंदी हमारे माथे की बिंदी ,हिंदी हमारे सम्मान की प्रतीक, हिंदी हमारी मातृभाषा...
सूखे आवरण अनार के झूम रहे , सहज ही नूतन पुष्प खिल रहे । सूखे आवरण अनार के झूम रहे , सहज ही नूतन पुष्प खिल रहे ।